इसरो ने आधिकारिक घोषणा की है कि Group Captain शुभांशु शुक्ला के साथ अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष मिशन Axiom-4 (Ax‑4) अब 19 जून 2025 को लॉन्च होगा। मिसाइल पर SpaceX Falcon 9 रॉकेट के जरिए यह मिशन NASA के केनेडी स्पेस सेंटर से रवाना होगा।
🔧 क्यों बार-बार देरी?
मिशन की शुरुआत 29 मई को तय थी, लेकिन उसके बाद यह कई बार स्थगित हुआ। प्रमुख वजहें थीं:
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Falcon 9 रॉकेट में तरल ऑक्सीजन (LOX) लीक।
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अंतरिक्ष स्टेशन के Zvezda मॉड्यूल में दबाव असामान्यता और एयर लीक की समस्या ।
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मौसम की अनुकूल न होने की स्थिति।
इसरो, NASA और SpaceX ने टीमों की तकनीकी प्रतिक्रिया से सभी चुनौतियों का समाधान किया है ताकि मिशन अब सुरक्षित रूप से आगे बढ़ सके ।
मिशन की टीम और उद्देश्य
14 दिन चलने वाला मिशन अंतिम रूप से 19 जून को चलेगा, जिसमें शुभांशु शुक्ला पायलट होंगे। उनकी कमांडर होंगी Peggy Whitson, साथ में मॉड्यूल विशेषज्ञ के तौर पर ESA के Slawosz Uznański‑Wisniewski और हंगरी के Tibor Kapu भी होंगे। Crew Dragon capsule से यह चार सदस्य ISS में वैज्ञानिक प्रयोग और अनुसंधान कार्य करेंगे।
🇮🇳 क्यों है यह मिशन खास?
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शुभांशु शुक्ला इसरो की तरफ से पहले अंतरिक्ष यात्री होंगे जो ISS तक जाएंगे, और यह भारत का दूसरा मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन होगा (पहला 1984 में राकेश शर्मा द्वारा)।
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इस मिशन में भारत, पोलैंड और हंगरी की भागीदारी है, जिससे इन्हें रिकॉर्ड किए गए कई 14–21 दिन के प्रयोग करने का अवसर मिलेगा ।
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तकनीकी चुनौतियों को पार करके यह भारत की तकनीकी क्षमता और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को दर्शाता है ।